अच्छे स्वास्थ्य और बीमारी की रोकथाम और उपचार पर आयुर्वेद जोर देता है। यह उपचार एक आंतरिक शुद्धिकरण प्रक्रिया के साथ शुरू होता है, इसके बाद एक विशेष आहार, हर्बल उपचार, मालिश चिकित्सा, योग की ओर ध्यान देता है।
आयुर्वेद के अनुसार रात के समय क्या नहीं खाना चाहिए?
आपको तो पता ही है आयुर्वेद का मुख्य कार्य मनुष्य के सेहत को ठीक रखना है। एक वक्त था। जब आयुर्वेद ही हर बीमारी का इलाज करता था। लेकिन आज बदलते वक्त के साथ इलाज के तरीके बदल चुके हैं। लेकिन आज भी कहीं ना कहीं आयुर्वेद बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। गंभीर से गंभीर रोग को ठीक करने में।
आयुर्वेद के अनुसार कुछ नियम बनाए गए हैं। जैसे कि रात में बहुत सारी चीजों का सेवन, आयुर्वेद के अनुसार करने से आप बीमार पड़ सकते हैं। आइए उन चीजों के नाम जानते हैं। जिनका सेवन करने से आपके शरीर को खतरा हो सकता है।
दही ना खाएं
आयुर्वेद के अनुसार सूरज ढल जाने के बाद व्यक्ति को कभी भी दही नहीं खाना चाहिए। दही शाम के बाद या रात में खाने से व्यक्ति को सर्दी, जुखाम या ठंड लगने की समस्या हो सकती है।
ठंडा दूध बिल्कुल भी ना पिएं
रात में सोने से पहले बहुत सारे लोग दूध पीकर फिर सोते हैं। दूध पीने की आदत बुरी नहीं है। आप पी सकते हैं। लेकिन जब भी आप रात में सोने से पहले दूध पिएं। तो उसे अच्छे से गर्म करके ही पिए।
ठंडा दूध पीकर सोने से आपके सेहत को हानि पहुंच सकती है। ठंडा दूध शरीर में जाकर पचने में बहुत देर लगाता है। इसलिए आयुर्वेद गर्म दूध पीने की सलाह देता है। ताकि आपको उस दूध को पचाने में कोई कठिनाई न हो।
डिनर में फास्ट फूड का सेवन ना करें
बहुत सारे लोगों को बाहर का खाना बहुत पसंद होता है। फास्ट फूड खाना सेहत के लिए हानिकारक है। इसलिए रात में कभी भी आयुर्वेद के अनुसार ऐसा कोई भी खाना खाकर नहीं सोना चाहिए। जिसमें अत्यधिक मसाला, तेल हो। प्रोटीन वाला खाना ही खाकर रात में सोना चाहिए। इससे आपको एसिडिटी नहीं होगी।
खाना चबाकर खाना चाहिए
यदि आपको मोटापे की समस्या है तो रात में हमेशा कम खाना खाइए। जब भी रात में खाना खाएं उस खाने को रात में चबाचबा कर खाइए। ताकि आपका खाना पच सकें।
खाना भी गर्म करके खाएं
रात का खाना बहुत ही महत्वपूर्ण खाना होता है। जब भी आप रात में खाना खाएंगे। उस खाने को अवश्य ही अच्छे से गर्म करके खाएं। फ्रीज का खाना डायरेक्ट बिल्कुल भी ना खाएं। इससे आपके शरीर में बीमारी फैल सकती है।
धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए
वैसे तो खाना खाते वक्त बिल्कुल भी पानी नहीं पीना चाहिए। लेकिन फिर भी यदि आपको खाना खाने के दौरान तीखा लग जाएं या पानी पीने का मन करें। तो गटक के एक बार में पानी ना पीकर धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार रात में दिन में भी खाना खाने से आधे घंटे पहले पानी पीना चाहिए। खाना खाने के तुरंत बाद पानी बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए। इससे शरीर में मोटापा बढ़ता है।
इन सभी बातों के अतिरिक्त हम आपको बताना चाहेंगे कि आयुर्वेद के अनुसार दूध के साथ कभी भी फल को नहीं खाना चाहिए। यह शरीर के लिए बहुत जहरीला होता है।
आज कल लोग मैंगो शेक, मिल्क शेक बनाकर पीते हैं। जिसमें फल का उपयोग किया जाता है। इस शेक को पीने से बचें क्योंकि ऐसा करके आप अपने शरीर के साथ ही खिलवाड़ कर रहे है।