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Wednesday, June 25, 2025

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भोजन के शास्त्रीय नियम: प्राचीन मान्यताये the-ancient-food-philosophy-in-india

यदि कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो स्वास्थ्य की प्राप्ती होगी| साथ ही देवी-देवताओं की कृपा होगी| भोजन के शास्त्रीय नियम:

आज हम यहांपर कुछ ऐसीही प्राचीन मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे है| जिनको आपको भोजन के वक्त ध्यान रखना चाहिए|

कुछ प्राचीन मान्यताये जिन्हें भोजन के दौरान अपनाना चाहिए| The ancient food philosophy in india
ऐसा करने से बढ़ेगी उम्र।
खाना खाने से पहले पांच अंगों को यानि दोनों हाथ, दोनों पैर और मुख को धो लेना चाहिए| उसके बाद ही भोजन करना चाहिए|
मान्यता के अनुसार भीगे हुए पैरों के साथ भोजन करना बहुत शुभ है|
भीगे हुए पैर हमारे शरीर का तापमान नियंत्रित करते हैं|  इससे पाचनतंत्र की समस्त ऊर्जा भोजन को पचाने में लग जाती है| पैर भिगोने से हमरे शरीर की अतिरिक्त गर्माहट भी कम हो जाती है| अत: गैस, एसिडिटी की संभावना भी काफी कम होती है| इससे स्वास्थ्य का लाभ भी होता हैं और हमारी आयु भी बढती है|

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भोजन करते समय दिशाओं पर ध्यान दे|

खाना खाते समय हमारा मुह पूर्व और उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए| इससे हमारे शरीर को खाने से मिलने वाली ऊर्जा पूर्ण रूप से मिल जाती है|
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके भोजन को ग्रहण करना अशुभ है| वही पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से रोगों की वृद्धि हो जाती है|

ऐसे स्थिति में कभीभी भोजन ना करे|

  • बिस्तर पर बैठकर कभी भी भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए|
  • खाने की थाली को हाथ में लेकर भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए|
  • भोजन को हमेशा बैठकर ही ग्रहण करना चाहिए|
  • भोजन का ग्रहण रसोईघर में ही करना चाहिए।

जान लें भोजन के शास्त्रीय नियम:

  • भोजन की थाली को किसी बाजोट या लकड़ी की पाटे पर रखकर भोजन ग्रहण करना चाहिए|
  • खाने के बर्तन साफ होने चाहिए|
  • टूटे-फूटे बर्तन में भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए|
  • खाना खाने से पहले यह उपाय भी अवश्य करें
  • भोजन करने से पहले अन्न देवता, अन्नपूर्णा माता का स्मरण करे|
  • भोजन ग्रहण करते वक्त देवी-देवताओं को भोजन के लिए धन्यवाद दे| साथ ही यह प्रार्थना करें कि सभी भूखे जीवों को भी उचित मात्रा में भोजन प्राप्त हो|
  • परोसे हुए भोजन की निंदा कभीभी ना करे| इससे अन्न का अपमान हो जाता है|
  • पक्वान्न बनाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए
  • भोजन बनाने से पहले व्यक्ति को स्नान करके और पूरी तरह से पवित्र होकर शुद्ध मन से भोजन बनाना चाहिए|
  • स्वादिष्ट भोजन बनाते समय मन शांत रखना चाहिए|
  • भोजन बनाते वक्त किसी की बुराई ना करें|
  • किसी भोजन बनाने को शुरुवात करने से पहले इष्टदेव का ध्यान करे| चाहे तो किसी देवी-देवता के मंत्र का जप भी कर सकते है|
  • ऐसा करनेसे खाना स्वादिष्ट बनेगा और अन्न की कमी नहीं होगी|

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तो क्या आप इन सबका पालन करेंगे? आजकल की जिन्दगी में क्या यह संभव है? क्या यह विचार आज की जिन्दगी के लिए भी लागु पड़ते है? विचार जरुर शेअर करे|

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फोड़ा फुंसी के कारण, लक्षण और उपचार

फोड़ा फुन्सी होने के कारन(Causes of Boils) फोड़ा फुंसी के उपचार

खून में विकार के कारन से फोड़े फुन्सी निकलते हैं| वर्षा ऋतु में अत्याधिक आम खाने से, गंदे पानी में घुमने से फोड़े फुन्सी निकलते हैं|

फोड़ा फुन्सी के लक्षण (Symptoms of Boils)

फुन्सीयां पहले लाल रंग की रहती है| बादमे उनमें दर्द भी होता है| कभी कबार इनमें मवाद, गंदा खून भी भरता है| जिसके कारन ज्यादा जलन और खुजली भी होती है|

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फोड़ा फुन्सी के घरेलू नुस्खे (Get rid of boils at home permanently)

  • गाजर के रस को फोड़े-फुन्सीयों पर लगाने से काफी फायदा होता है|
  • लौंग को चंदन के साथ घिसकर लगाले|
  • आटे में हल्दी और थोडासा देशी गाय का घी मिलाकर पुल्टीस बांधे| इससे फोड़े-फुन्सी जल्दी पककर मवाद निकल जाता है|
  • थोड़ीसी हल्दी को शहद में मिलाकर चाटे| इससे फोड़े-फुन्सी में आराम मिलेगा|
  • सरसों के तेल में थोडीसी हल्दी और केले के जड़का पाउडर मिलाकर लगाले|
  • चंदन घिसकर फोड़ा फुन्सी पर लगाने से भी आराम मिलता है|
  • मेहंदी के उबले हुये पानी को फुन्सीयों पर लगाने से आराम मिलेगा|
  • थोड़ा बथुआ, थोड़ी सौंठ और थोडा नमक इन तीनों को पीस ले| इसमें काली मिट्टी में मिलाकर फोड़े-फुन्सियों पर लेप करें|
  • अंगूर की पत्तियों का रस/ करेले का रस/ अनन्नास का गुदा लगाले|
  • लौंग घिसकर फोड़े-फुन्सियों पर लगाले|
  • लौंग और हल्दी को मिलाकर फोड़े-फुन्सियों पर लगानेसे आराम मिलता है|
  • नीम की पत्तियों की पुल्टीस बांधे|
  • किसी नीम की छाल का पानी लगाले| इससे फोड़े-फुन्सिया जल्दी ठीक हो जाती हैं|
  • नीम की पत्तियां, हींग, लहसुन को पर पीसकर फोड़े फुन्सियों पर लगाए|
  • जौ का आटा, मुलहठी, देशी घी इन तीनों को मिलाकर मरहम की तरह फोड़े फुन्सियों पर लगाले|
  • गाजर, पालक और बथुये के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर फोड़े फुन्सियों पर लगाले|

आशा है आपको ” फोड़ा फुंसी के उपचार ” यह जानकारी पसंद आई होगी|

ये भी पढे :ब्रेस्ट कैंसर को रोकने के घरेलू उपाय । how to prevent breast cancer – (gharelunuske.com)

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ब्रेस्ट कैंसर को रोकने के घरेलू उपाय । how to prevent breast cancer

ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) को रोकने के घरेलू उपाय

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होना आम बात हो गई है| यह कैंसर एक घातक ट्यूमर है जो

ब्रेस्ट के ऊतकों में शुरू में पाया जाता है|

ऐसा कोई सटीक तरीका नहीं है, जिससे इस कैंसर को रोका जाये| पर आप कुछ खास

बातोंका ध्यान रखके ब्रेस्ट कैंसर का खतरा जरुर कम कर सकती हैं|

ब्रेस्ट कैंसर को रोकने के घरेलू उपाय

शराब का सेवन ना करें| say no to alchohol

शराब ब्रेस्ट कैंसर के खतरे बढ़ाता है| ज्यादा अल्कोहल पीने से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ावा मिलता है| इसलिए ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए शराब का सेवन ना करे|

खानपान पर ध्यान दे| take care of food

स्वस्थ दैनिक आहार ले| अपने खानपान में ताजे फल, तजि सब्जियां भी जरुर शामिल करे| इससे ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है|

अपनी दिनचर्या में व्यायाम को स्थान दे| do exercise daily

ररोज व्यायाम करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम रहता है। शरीर में उत्साह भी रहता है।

शिशु के दूध पिलाये| breast feeding

अपने नन्हे शिशु को जरुर दूध पिलाये| इसे टाले नहीं| अभ्यास में पाया गया है की जो महिलाये स्तनपान करती है उनको ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम रहता है|

धूम्रपान ना करें| stop smoking

धूम्रपान बंद कर दे| धुम्रपान के कई सारे दुष्परिणाम तो आप जानते ही होंगे| साथ ही यह जवान महिलायों में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को भी बढ़ा देता है|

ये भी पढे : प्राकृतिक तरीकों से टैनिंग को हटाये tan removal natural treatment – (gharelunuske.com)

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शायद कोई महंगी फीस की वजह से इलाज ना करा पा रहा हो, और इस तकलीफ से जूझ रहा हो|

तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा

ये भी पढे : मेरी बेटी को वायरल इन्फेक्शन होता है। घरपर सिरप कैसे बनाये ?

प्राकृतिक तरीकों से टैनिंग को हटाये tan removal natural treatment

सूर्य की किरणें तो सभी को अच्छी लगती हैं| और यह काफी फायदा भी पहुंचती है| प्राकृतिक तरीकों से टैनिंग को हटाये

पर इसके साथ त्वचा पर आने वाला टैनिंग कोई भी नहीं चाहता| सूरज की किरणोंका सबसे ज्यादा असर त्वचा

पर पड़ता है|जब गर्मी का भी मौसम आता है|और इसमे बहुतसे लोग समुद्र के किनारे, नदी में, वाटरपार्क में जाना

पसंद करते हैं| बच्चों से लेकर सभी को घूमना पसंद है|पर इस मज़े की कीमत आपकी त्वचा को

चुकानी पड़ती है| वह बहुतही काली, उदासीन हो जाती है| त्वचा में मेलानिन का स्तर बिगड़ने के

कारन सूरज की यूवी किरणों की वजह से सनटैन होता है| अगर आप को भी सनटैन हो गया है| तो

निचे दिए गए कुछ प्राकृतिक NATURAL तरीके अपनाकर इसे ठीक कर सकते हैं| साथ ही आपकी

त्वचा का रंग भी निखर आयेगा|

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प्राकृतिक तरीकों से टैनिंग को हटाये tan removal natural treatment

नींबू, गुलाब, ककड़ी

ककड़ी, गुलाब जल और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाले| इसे प्रभावित स्थानों पर लगाले|

१५ मिनट तक ऐसेही रहने दे| बादमे ठन्डे ठंडे पानी से धो ले|

शहद, नींबू का फेस पैक

आधे नींबू के रस में १ चम्मच शहद मिलाले|इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्र पर २० मिनट तक लगा

रहने दे| फिर धो ले| नींबू प्राकृतिक ब्लीचिंग के लिए जाना जाता है| शहद हमरी त्वचा को नमी,

प्राकृतिक चमक और आराम देता है|

नारियल पानी

नारियल पानी सूर्य के हानिकारक प्रभावों से बचाता है| चेहरे पर नारियल के पानी का रोज

इस्तेमाल करने से टैनिंग से बचने में मदद मिलेगी| साथ ही जल्दी ही निखार भी आएगा|

टमाटर, नींबू और दही

टमाटर का गूद दो चम्मच, दही १ चम्मच और नींबू का रस १ चम्मच ले| उन्हें अच्छी तरह से

मिक्स करे| इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाले| आधे घंटे तक लगा रहने दे बादमें धो ले|

यह पैक सन टैन, काले धब्बे और दाग भी अच्छे से हटा देगा| इस पैक का प्राकृतिक

ब्लीचिंग गुण बेहतरीन है| इस पैक में टमाटर होने की वजह से खुजली महसूस हो सकती है|

पर यह जल्द ही शांत हो जाएगी|

हल्दी और नींबू

१ चम्मच हल्दी पाउडर में नींबू का ४ चम्मच रस डालें| और इसका पेस्ट बना लें| इस पैक को

प्रभावित स्थान पर लगाले| आधे घंटे तक रहने के बाद धो ले|

नीबू में त्वचा को गोरा करने के गुण हैं| हल्दी बेहतरीन एंटी-बैक्टीरियल है, जो उम्र बढ़ने के

निशान को रोकने में मददगार है|

पपीता और दूध

पपीता को मसल ले| इसमें दूध मिलाकर पेस्ट बना लें| इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र पर लगाले|

सूखने पर ठंडे पानी से धो लें|

आलू का रस

टैनिंग को हटाने के लिए सबसे कारगर उपायों में से एक आलू का रस है| आलू का रस निकलकर

प्रभावित क्षेत्र पर रगड़ ले| सूखने के बाद धो ले| आपको तुरंत परिणाम नजर आयेगा| बेहतरीन

परिणाम के लिए नियमित कुछ दिनों के लिए इसका इस्तेमाल करे|

दूध और केसर

दूध और केसर का यह पैक चेहरे पर अत्याधिक मेलेनिन सिंथेसिस को नियंत्रित करने में कारगर

साबित होता है| इसके नियमित इस्तेमाल से चेहरे की टैनिंग पूरी तरह दूर होती है|

केसर के ४-५ दाने लेकर कच्चे दूध में आधे घंटे के लिए डुबोकर रखें|बादमे दूध में केसर को

मसल लें| इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्र पर लगाले| ५ मिनट तक सूखने दें| इसके बाद इस मिश्रण

की एक और परत लगाले| बादमे में इसे पानी से धो लें|

दूध, खीरा और नींबू से प्राकृतिक तरीकों से टैनिंग को हटाये

अगर आपकी त्वचा पर बहुत ज्यादा मात्रा में टैनिंग हुई है तो यह आसान उपचार भरोसेमंद साबित हो सकता है|

ताज़ा खीरा का एक चम्मच रस, २ चम्मच दूध और ४-५ बूँदें नींबू का रसमिलाकर एक पैक बनाले|

यह पैक प्रभावित क्षेत्रों पर लगाले| इसे ५ मिनट तक रहने दें|बादमे पानी से धो लें|

चेहरा एवं त्वचा से प्रभावी रूप से टैनिंग हटाने के लिए यह उपचार का हररोज एक बार ज़रूर करें|

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मुल्तानी मिट्टी और गुलाबजल

मुल्तानी मिट्टी में प्राकृतिक खनिज पदार्थों भरपूर मात्रा में पाए जाते है| इसके कारन त्वचा की

टैनिंग को दूर करने में काफी मदद मिलती है|

गुलाबजल त्वचा को पोषण देने का काम करता है|

३ चम्मच मुल्तानी मिट्टी ले| पर्याप्त मात्रा में गुलाबजल ले| मुल्तानी मिट्टी को १ घंटे तक डुबोकर रखें|

जैसे ही यह मुल्तानी मिट्टी नर्म हो जाए तो इसमें गुलाबजल मिलाकर एक नर्म पेस्ट तैयार करें|

इसे अपनी त्वचा पर लगाकर १५ मिनट तक रहने दे | बाद में पानी से धो लें|

आपकी त्वचा अगर रूखी है तो इस पैक के इस्तेमाल के बाद एक अच्छे मोइस्चराइज़र का इस्तेमाल जरुर करें|

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फायदा हो सके| शायद कोई महंगी फीस की वजह से इलाज ना करा पा रहा हो और इस तकलीफ

से जूझ रहा हो| तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा|

शुद्ध शहद की पहचान कैसे करे? how to check honey is pure

प्रश्न : मै पढीलिखी शादीशुदा महिला हु। आयुर्वेद पर ज्यादा भरोसा करती हु। शुद्ध शहद की पहचान कैसे करे?

पिछले महीने हमने रोड पर शहद बेचने वाले से शहद लिया था। मगर उसकी टेस्ट अब

मिलावटी लग रही है। वह शहद शुद्ध है, या नहीं ये मै जानना चाहती हु। प्लीज मुझे बताए, की

शुद्ध शहद कैसे पहचानू ? how to check honey is pure ?

जवाब : शहद के फायदे

शहद एक मीठा खाद्यपदार्थ है| जो मधुमक्खीया फूलों से इकठ्ठा करती है| ग्लूकोज, फलशर्करा, खनिज जैसे की लोहा, सोडियम, फोस्पेट, कैल्शियम, क्लोरीन, मैग्नेशियम, पोटेशियम से शहद बना है| इसमें विटामिन बी.१, बी२, बी३. बी५ और बी६ भी काफी मात्रा में है|

शहद हमे कई स्वास्थ और सौंदर्य समस्याओं का इलाज प्रदान करता है| यह कई बीमारियों में भी एक दवा के रूप में इस्तेमाल करते है|

पर इसका अगर सही से परिणाम चाहिए तो हमें शुद्ध शहद ही लेना चाहिए| आजकल बाजारों में कई सारी कंपनिया शहद बना रही है| और इसमें से हमें शुद्ध शहद की पहचान करके उसे इस्तेमाल करना है|

ये भी पढे : नाखून देखकर बीमारी का पता कैसे लगाये! – Gharelu Nuske हजारों रुपये खर्च न करे

शुद्ध शहद की पहचान कैसे करे? how to check honey is pure

  • -कुत्ते शुद्ध शहद को नहीं खाते|
  • -शुद्ध शहद दिखने में पारदर्शी होता है|
  • -आँखों में शहद लगाने अगर जलन हो, पर चिपचिपाहट ना हो, तो वो शुद्ध शहद है|
  • -पानी में अगर शुद्ध शहद की बूंद डाल दे तो वो तले में इकठ्ठा बैठ जाती है|
  • -रुई की बाती को शहद में डूबाकर दीपक जलाये| अगर दीपक बिना आवाज किये जले, तो वो शुद्ध शहद है|
  • -अगर खाद्यपदार्थों में शुद्ध शहद मिला हुआ है, तो वह खाना भी कुत्ते नहीं खाते|

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पुदीने के लाजवाब, बेहतरीन गुण! incredible-health-benefits-of-mint-pudina

गर्मीयों के दिनों में पुदीना खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग में लाया जाता है| पुदीने के बेहतरीन गुण

पुदीना हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ हमारी सेहत का भी अच्छा ख्याल रखता है| पुदीना एक बहुत अच्छी औषधि भी है|

(mint plant) पुदीने का पौधा

पुदीने का जो पौधा है, कहीं भी पर भी, किसी भी जमीन पर, गमले में भी आसानी से उग जाता है| पुदीना गर्मी झेलने की शक्ति रखता है| पुदीने को किसी भी उर्वरक की आवश्यकता नहीं पडती|

इस पौधे को बढ़ने के लिए थोड़ी सी मिट्टी और पानी पर्याप्त है| इसको कौनसे भी मौसम में उगाया जा सकता है| इसकी पत्तियों को ताजा तथा सुखाकर भी इस्तेमाल किया सकता है|

देखते है पुदीने के कुछ लाजवाब, औषधि गुण incredible-health-benefits-of-mint-pudina
पुदीने के इस पौधे को बढ़ने के लिए थोड़ी सी मिट्टी और पानी पर्याप्त है| इसको कौनसे भी मौसम में उगाया जा सकता है| इसकी पत्तियों को ताजा तथा सुखाकर भी इस्तेमाल किया सकता है|

पुदीने के लाजवाब, बेहतरीन गुण! incredible-health-benefits-of-mint-pudina
ये पढ़ा क्या हल्दी के इस्तमाल से कौन कौन से रोगों का इलाज किया जाता है ? - Gharelu Nuske

पुदीने के कुछ लाजवाब, बेहतरीन गुण

  • मुंहासे दूर करे
  • खांसी खत्म करे
  • भूक बढ़ाये
  • पेट के लिए फायदेमंद
  • पाचनशक्ति के लिए फायदेमंद
  • उल्टी मिटाए
  • गर्मी दूर करके ठंडक पहुंचाये
  • कैंसर में सहायक
  • मुंह की दुर्गंध मिटाये
  • बुखार में राहत दिलाये
  • श्वांस संबंधी परेशानियों में रामबाण काम करे
  • चेहरे के दाग धब्बों के लिए

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हल्दी से रोगों का इलाज | haldi se 10 rogo ka ilaj

मै शादीशुदा महिला और एक बच्चे की माँ हु।शादी एक छोटेसे गाव में हुई है। हल्दी से रोगों का इलाज

यहा डॉक्टर नहीं है। मेरी पढ़ाई बी ए तक हुई है। कहते है, की हल्दी के बहुत सारे औषधी गुण

होते है। मुझे हल्दी के फायदे बताइए, और उसको कीस बीमारी में कैसे इस्तमाल करना है, ये भी

बता दीजिए।

हल्दी से रोगों का इलाज (Turmeric Powder)

शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो हल्दी को ना जानता हो| यह हमारे भोजन में प्रयोग होने वाला

ऐसा मसाला है जो हररोज इस्तेमाल होता है| और इसके पीछे का कारण है इसके कई सारे महत्वपूर्ण

लाभकारी गुण। पर कई लोगों को हल्दी के गुणों के बारे में पता ही नहीं हैं| और अगर पता है

भी तो उसका इस्तेमाल करने का तरीका पता नहीं है। आज हम यहापर इसीके बारेमे चर्चा करने

वाले है| चलिए जान लेते है हल्दी के इस्तेमाल से किये जाने वाले घरेलु नुस्खे और उसके फायदों

के बारे में। हल्दी के घरेलु नुस्खे और औषधीय गुण remedies of turmeric powder

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये increase immunity power

हररोज १ गिलास गुनगुने दूध में,१ चम्मच हल्दी के पाउडर मिलाकर पीने से शरीर की रोग

प्रतिरोधक- क्षमता बढती है| इससे आप सर्दी, जुकाम से बच जाते है| आपको शरीर के दर्द,

चोटे, पीड़ा में भी फायदा पहुंचता है|

खून बहाव को रोके हल्दी से stops bleeding

चोट लग गई हो,या किसी तेज वस्तु से शरीर में कही कट हो गया हो तो हल्दी में थोड़ी फिटकरी

मिलाकर चोट की जगह पे लगा ले|इससे खून, बहाव रुक जायेगा और घाव भी जल्दी भर जायेगा|

हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते है| जो बक्टिरिया को पनपने नही देता|

मुह के छालों से छुटकारा get rid of mouth ulcer

गुनगुने पानी में हल्दी मिलाकर कुल्ला करे| इससे मुंह के छाले ठीक होते है|

मुह की बदबू को हल्दी से रोके bad breadth

हल्दी, नमक और थोडासा सरसों के तेल मिलाले| इस मिश्रण से अंगुली से प्रतिदिन मसूड़ों की

मालिश करनेसे मुंह की बदबू, पायरिया, दांतों के रोग में फायदा होता है।

ये भी पढे : दर्द कम कैसे करू ? डंख मारता है – My Jivansathi दिन रात तड़पती रहती हु।

पीलिया में राहत jaundice

आधे किलो बिना मलाई वाला दही ले| इसमें २ चम्मच हल्दी मिळाले| इसे दिन में ३ बार

खाने से पीलिया की बीमारी में लाभ होता हैं|

जुकाम आना, गला बैठना का हल्दी से इलाज

१ गिलास गर्म दूध, १ चम्मच हल्दी,  १० काली मिर्चों का पाउडर मिलाले| इसे सुबह-शाम पियें|

ठंड लगकर आने वाला जुकाम, गला बैठना जैसी बीमारी में आराम पहुंचेगा|

हल्दी से रोगों का इलाज | haldi se 10 rogo ka ilaj

कैंसर की रोकथाम prevent cancer

हल्दी का सेवन करते रहने से कैंसर होने की संभावना ७०-८० परसेंट तक कम हो जाती है|

हल्दी के रोजाना सेवन करने के लिए आप भोजन में हल्दी डालकर इसका सेवन कर

सकते है| ऐसा शोध के अनुसार हल्दी में कैंसर से बचाव के गुण होते है|

टूटी हड्डी जोड़े

हड्डी टूटने पर प्लास्टर लगाया नहीं है तो किसी सीधी लकड़ी को उस जगह पर बांध ले।

ताकि वह जगह से हिले नहीं| साथ ही साथ आप दूध में हल्दी मिलाकर रोजाना इस दूध

का सेवन करें| इससे आपकी हड्डी जल्दी जुड़ जाएगी|

मोच आना : haldi se 10 rogo ka ilaj

शरीर में कोई चोट या मोच आई हो तो सरसों के तेल ले| उसमे हल्दी और पिसे प्याज

को डाले| इसे गर्म कर लें| जब यह गर्म पेस्ट सहने योग्य हो जाये तो इसे मोच वाली जगह

पर लगाकर किसी कपड़े से बांध दें| जल्द ही दर्द से दर्द से आराम मिलेगा|

घुटने का दर्द और गठिया ठीक करे

अगर आपके घुटने में दर्द रहता है तो यह नुस्खा अपनाये|

हल्दी में हल्की मिश्री डाले| इसमें थोडासा पानी और चूना हल्की मात्रा में मिलाकर लेप बना लें।

जब लेप का रंग गाढ़ा लाल बने तब इसे दोनों घुटनों पर अच्छी तरह से लगाकर ऊपरसे

कपड़ा बांध दें| लेप की जगह पे आपको ठंडक महसूस होगी। साथ ही साथ आप दूध में

हल्दी मिलाकर पी लिया करे। एक सप्ताह तक यह प्रयोग लगातार करनेसे आपके घुटने

का दर्द दूर हो जायेगा|

चेहरे को निखारे

ये भी पढे : हम मंदिर की परिक्रमा क्यों लगाते है? 

अगर चेहरे और शरीर पर दाग धब्बे है| या आपको एलर्जी है| यह नुस्खा आपके लिए है

हल्दी पावडर में थोडासा टमाटर का रस और नींबू के २-३ बुँदे मिलाले। और इसका पेस्ट

तैयार करें। यह पेस्ट चेहरे पर लगाकर इसे सूखने दे| सूखने के बाद साधे पानी से धो ले।

इससे आपके चेहरे पर अगले दिन निखार आ जाएगा|

मुहासे से छुटकारा

हल्दी पाउडर में चन्दन मिलाकर पेस्ट बनाले| इसे लगाकर सूखने के बाद धोले|

इससे आपकी मुहासे कि समस्या ख़त्म हो जाएगी|

पाचन शक्ति बढ़ाये

हल्दी के सेवन से पाचन क्रिया ठीक होती है| इससे गैस, एसिडिटी जैसी समस्या भी नहीं होती।

साथ ही पेट से जुडी अन्य समस्याए भी नही होती|

विषैले जंतु के काटने पर

अगर आपको कोई विषैला जंतु काट ले, तो हल्दी को थोडासा गर्म करके डंक की जगह पर

लगाने से आराम मिलाता है|

आंखों की बीमारी

हल्दीयुक्त पानी तैयार करे| इस पानी से दुखती हुई या सूजी हुई आंखें धो ले|

हल्दी युक्त पानी तैयार करने के लिए, हल्दी को पानी में डालकर अच्छेसे उबाल लें।

बादमे उस पानी को साफ कपड़े से छान ले|

आशा है आपको “हल्दी के घरेलु नुस्खे और औषधीय गुण” यह जानकारी पसंद आई होगी|

निवेदन: इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया पर जरुर शेअर करे ताकि दूसरों को भी इसका फायदा हो सके| शायद कोई महंगी फीस की वजह से इलाज ना करा पा रहा हो और इस तकलीफ से जूझ रहा हो| तो यह जानकारी उसे बहुत काम आ जायेगी और वह आपका एहसान जरुर मानेगा|

पति की याददाश्त कमजोर हो रही है ? या ये नॉर्मल है ?

मै 37 साल की शादीशुदा महिला हु। पिछले 2 साल से मेरे पति की याददाश्त कमजोर हो रही है ।

दरवाजा बंद किया या नहीं ? सब्जी कौन सी लानि है ये उनको याद नहीं रहता है। बहुत बार घर से

कुछ काम करने के लिये निकल पड़ते है। मगर बाद में भूल जाते है। मगर उनको ऑफिस के सारे

काम याद है। ऑफिस में उनको most talented employee का अवॉर्ड भी मिला है। मुझे समझ में

नहीं आ रहा की ऐसा क्यों हो रहा है। क्या उनकी याददाश्त कमजोर हो रही है ?

याददाश्त कमजोर हो रही है ?

कम स्मृति समस्या सूचनाओं को समझने और पुनर्प्राप्त करने से संबंधित है। कभी-कभी अपनी चाबियों के स्थान के बारे में भूल जाना आम बात है। किसी के पास अपने पूरे जीवन के लिए पूर्ण स्मृति नहीं हो सकती है। उम्र से संबंधित स्मृति हानि आम है। यदि आप गाड़ी चलाना, अपने घर तक जाने का रास्ता, जहाँ आप अपना पूरा जीवन व्यतीत करते थे, आदि भूल जाते हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए क्योंकि स्मृति हानि एक अंतर्निहित बीमारी का संकेत दे सकती है।

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याददाश्त कम होने के मुख्य लक्षण और लक्षण क्या हैं?

बढ़ती उम्र के साथ याददाश्त कम होना एक सामान्य घटना है, लेकिन निम्नलिखित लक्षण और लक्षण एक अंतर्निहित संज्ञानात्मक हानि के अस्तित्व को इंगित करते हैं। ध्यान दें कही आपके पति में ये लक्षण तो नहीं ?

  • फिर से बार बार वही सवाल पूछ रहे हैं।
  • निर्देशों का पालन करने में कठिनाई।
  • परिचित लोगों और जगहों को लेकर भ्रम।
  • किसी परिचित जगह की दिशा भूल जाना।
  • सामान्य बातचीत में कठिनाई।
  • बहुत महत्वपूर्ण बैठकों और समारोहों में जाना भूल जाना
  • एक ही उम्र के अन्य लोगों की तुलना में अधिक स्मृति समस्याएं होना।
poor memory of my husband

कम स्मृति के ये है कारण

  • बुढ़ापा, जो सामान्य है
  • अल्जाइमर रोग और अन्य प्रकार के मनोभ्रंश
  • आघात
  • ब्रेन ट्यूमर
  • अवसाद
  • सिर पर चोट
  • कुछ दवाएं, जैसे कि एंटी-चिंता दवाएं, एंटीडिपेंटेंट्स, एंटीसेप्टिक दवाएं, कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं,
  • अन्य

उपचार पूरी तरह से कम स्मृति के कारणों पर आधारित है। अधिकांश मनोभ्रंश का कोई इलाज नहीं है और अस्थायी लक्षणों से राहत के लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे है, उसकी उसकी जानकारी चाहिये तो कमेन्ट में लिखे।

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सोचने की क्षमता को उत्तेजित करने वाली गैर-दवाएँ भी उपयोगी होती हैं। इनमें से अधिकांश उपचारों में समूह चिकित्सा और मस्तिष्क-टीज़र गेम शामिल हैं।

नाखून देखकर बीमारी का पता कैसे लगाये!

नाखून देखकर बीमारी का पता कैसे लगाये! क्या आप जानते है की नाखून से बीमारी का पता लगाया

जा सकता है? हमारे नाखून हमारी सुंदरता बढ़ाते है| पर क्या आप जानते हैं कि यही नाखून हमारे

शरीर में छुपे हुए बीमारियों के बारे में भी बताता हैं। क्या आपने कभी गौर किया है कि हम सभी

के नाख़ून अलग-अलग होते हैं। तो चलिए देखते हैं कि हम नाखून से शरीर में छिपी बीमारी का

पता कैसे कर सकते है?

नाखून का रंग देखें और बीमारी का पता लगाये!

भंगुर नाख़ून कौन सी बीमारी दर्शाता है ?

नाख़ून अगर आसानी से टूटता है, तो इसका मतलब आपको थायराइड की समस्या है या हो सकती है|

आधे सफेद और आधे गुलाबी नाखून कौन सी बीमारी का संकेत देते है ?

नाखूनों का रंग अचानक आधा गुलाबी व आधा सफेद दिखाई दे तो गुर्दे के रोग व सिरोसिस की समस्या हो सकती है।

नाखून पर सफ़ेद रेखा का ?मतलब क्या है

नाख़ून पर सफ़ेद लाइन का होना किडनी की बिमारी और न्यूट्रीशन, प्रोटीन की कमी से लीवर से  संबधित रोग का संकेत देती है| नाख़ून पर सीधी खड़ी लाईन मेलानोमा या स्किन केंसर का संकेत देती है।

उभरे हुए नाखून कौन सी बीमारी के संकेत देते है ?

यदि नाख़ून बाहर है और आसपास की त्वचा का उभरा है तो  हृदय समस्याओं के अतिरिक्त फेफड़े व आंतों में सूजन हो सकती है।

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अपने नाखून देखे और बीमारी का पता लगाए

नाखून से बीमारी का पता लगाये!

अंदर मुड़े नाख़ून कौन सी शारीरिक बीमारी के संकेत देते है ?

अंदर की तरफ मुड़े हुए नाख़ून ल्यूकेमिया, ब्लड, और आयरन की कमी होने का संकेत देते है|
चम्मच आकार इस तरह के नाखून लिवर की समस्याओं की और संकेत करते हैं।

नाखूनों पर गहरे रंग की पट्टी कौन सी बीमारी का लक्षण है ?

अगर आपको अपने नाखून पर गहरे रंग की पट्ट‍ियां बनी दिखाई दे, जो सामान्यत: तो नुकसान रहित होती हैं,
और हमें इससे तकलीफ भी नहीं होती है, पर यह एक प्रकार के स्किन कैंसर की निशानी भी हो सकती है|
अत: ऐसा होने पर डॉक्टर को दिखाना बेहतर रहेगा।

नीले रंग के नाखून क्या दर्शाते है ?

इसका मतलब आपके शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक प्रकार से नहीं हो रहा है| इसके अलावा ये  साँस और ह्रदय से जुड़ी बीमारीयां,  फेफड़ों में संक्रमण, निमोनिया,दिल के रोगों की ओर भी संकेत दर्शाता है।

गहरा लाल व जामुनी रंग वाले नाखून क्या संकेत देते है ?

गहरा लाल रंग हाई ब्लड प्रेशर का संकेत है| जामुनी रंग के नाखून लो ब्लड प्रेशर का संकेत हैं|

पिला नाखून कौन सी बीमारी का निदर्शक है ?

नाखून पीले व मोटे हैं और धीमी गति से बढ़ रहे हैं तो यह फेफड़े संबंधी रोगों का संकेत हो
सकता है। अगर फंगल इन्फेक्शन है तो पूरा नाखून पीला हो जाता है| हाथ और पैर के
नाख़ून हल्के पीले रंग के और कमजोर नाखून अनीमिया, हृदय संबंधी परेशानी, कुपोषण व
लिवर रोगों होने की सम्भावना रहती  है |कई बार पीलिया, थाइरॉएड, मधुमेह और सिरोसिस
में भी ऐसा होता  है|

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असली घी की पहचान कैसे करें? how to check ghee is pure or not

how to check ghee मेरा नाम प्रमिला साहनी है। मै पानीपत में रहती हु। एक दिन घी बेचने के लिये एक महिला

घूम रही थी। तो मैंने 1 किलो ले लिया। मगर घी मिलावट वाला था शायद। कुछ दिन के बाद

उससे दुर्गंध भी आना शुरू हुआ। मिलावट वाला घी पहचानने का कोई घरेलू तरीका होगा तो

प्लीज बताइए।

घी और मिलावट : how to check ghee is pure or not

भारत देश पूरी दुनिया में दूध उत्पादन में प्रथम स्थान पर है| एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में

१४६.३१ मिलियन टन दूध का उत्पादन किया जाता है। भारत में दूध-घी-छाछ काफी मशहूर है|

आजकल कई सारी कंपनिया घी बना रही है| बाजार में जितनी भी घी बेचने वाली कंपनियां है

वो दावा करती है कि वह १०० फीसद शुद्ध देशी घी/असली घी बेच रही है| पर यह सच नहीं है|

घी में कई तरह की मिलावट की जाती है| यदि हम ऐसा मिलावट वाला घी impure ghee खा ले,

तो सेहत बनाने की छोड़िये, हमारे शरीर में और कई बीमारियाँ उत्पन्न हो जाएगी|

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असली घी की पहचान कैसे करें ? how to check ghee is pure or not

शुद्ध घी की हाथ से जांच कैसे करें ?

थोड़ा सा घी ले। अब उसे हाथ पे रगडें और सूंघकर देखें। अगर थोड़ी ही देर में घी की खुशबू आना बंद
हो जाए, तो वह मिलावटी है। शुद्ध, असली घी नहीं है

तिल्ली के तेल की मिलावट वाला घी कैसे पहचानते है ?

१०० मिली. घी ले। उसमें फरफ्यूरल ,हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एल्कोहल मिला दे। १० मिनट बाद अगर
इसका रंग लाल बने, तो उस घी में तिल्ली के तेल की मिलावट की गई है।

कोलतार डाई की मिलावट वाला घी कैसे पहचाने ?

एक चम्मच घी ले| उसमें ५मिलि. हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें| देखिये उसके रंग में क्या फर्क आता है|
अगर घी लाल बने तो घी में कोलतार डाई मिलाई गई है| समझ जाये की वह घी मिलावटी घी है|

घी में आलू की मिलावट है या नहीं कैसे चेक करें ?

एक चम्मच घी ले| उसमें चार-पांच बुँदे आयोडीन डालें| अगर उसका रंग नीला बने तो वह घी मिलावटी घी है|
इस घी में उबला आलू मिलाया गया है|

कैसे पहचाने की घी में डालड़ा मिलाया गया है या नहीं ?

एक चम्मच घी ले| उसमें ५मिलि. हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं|
अगर घी का रंग चटक लाल बने, तो घी में डालडा मिला हुआ है|

क्या ये जानकारी अच्छी लगी ?

इस तरह से आप बडेही आसानीसे घर बैठे ही पता कर सकते है की घी असली है या नहीं|

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आशा है आपको “असली घी की पहचान कैसे करें how to check ghee is pure or not” यह जानकारी

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